भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत एसएआई-20 एंगेजमेंट ग्रुप की पहली वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक गुवाहाटी में क्रमशः 13 और 14 मार्च को आयोजित की गई थी।भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) गिरीश चंद्र मुर्मू, सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस-20 (एसएआई-20) एंगेजमेंट ग्रुप के अध्यक्ष के रूप में विचार-विमर्श का नेतृत्व किया।
मुर्मू ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि एसएआई 20 वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक 2023 समावेशी विकास और सभी की भलाई सुनिश्चित करने के लिए सदस्य जी-20 देशों के सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थानों के वैश्विक सहयोग और सामूहिक प्रयासों का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि दुनिया सतत विकास और जलवायु परिवर्तन जैसी कई चुनौतियों से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता और खाद्य सुरक्षा पर इसका प्रभाव उभरती हुई चुनौतियां हैं, जो सतत विकास लक्ष्यों को खतरे में डाल रही हैं। उन्होंने सभी के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक समुदाय द्वारा इन समस्याओं को दूर करने की आवश्यकता पर बल दिया।
स्थिरता, विकास और उभरती प्रौद्योगिकियों की भूमिका के महत्व को स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि एसएआई-20 प्राथमिकता वाले क्षेत्र – “ब्लू इकोनॉमी” और “रिस्पॉन्सिबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” नए युग के अवसरों और चिंताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और ये वास्तविक सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं। कैग ने सभा को बताया कि वैश्विक अनुभवों और पहलों को समझने के लिए और यह जानने के लिए कि बाहरी हितधारक इन क्षेत्रों में ऑडिट की भूमिका को कैसे देखते हैं, उनकी टीम ने सरकार और निजी क्षेत्र के कई डोमेन विशेषज्ञों के साथ बातचीत की और फरवरी में इन विषयों पर सेमिनार आयोजित किए।
बैठक में जी-20 सदस्य एसएआई, अतिथि एसएआई और विश्व बैंक के 39 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, मिस्र, इंडोनेशिया, ओमान, कोरिया गणराज्य, रूस, सऊदी अरब, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात के एसएआई भी दो दिवसीय कार्यक्रम में उपस्थित रहे।