भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के जश्न की देशव्यापी तैयारी शुरू हो गई है, जिसे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के घरों में तीन दिनों तक तिरंगा फहराकर देशवासियों को आजादी का जश्न मनाने का आह्वान किया। 22 जुलाई, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन सभी के चिर स्मरणीय अद्म्य साहस और प्रयासों को याद किया, जिन्होंने स्वतंत्र भारत के लिए एक ध्वज का सपना देखा था। पीएम ने लोगों से हर घर तिरंगा आंदोलन को मजबूत करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, इस साल, जब हम ‘आजादी का अमृत’महोत्सव मना रहे हैं, तो आइए ‘हर घर तिरंगा’ मुहिम को मजबूत करें। 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच अपने घरों में तिरंगा फहराएं या प्रदर्शित करें। यह मुहिम राष्ट्रध्वज के साथ हमारे जुड़ाव को गहरा करेगी।’पीएम मोदी ने तिरंगे को राष्ट्रध्वज के रूप में अपनाने संबंधी आधिकारिक संवाद की रोचक जानकारी भी ट्विटर पर साझा की।
भारत सरकार 12 मार्च, 2021 से 15 अगस्त, 2023 तक ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रही है। इस उपलक्ष्य में, सरकार ने भारत के ध्वज संहिता-2002 के तहत हर घर में तिरंगा फहराने के लिए 20 करोड़ झंडा फहराने का लक्ष्य रखा है। स्वतंत्रता दिवस राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है और राष्ट्रीय ध्वज के साथ आध्यात्मिक संबंध बनाने की हमारी निष्ठा का द्योतक है।
इसबीच, आयोजन को भव्य रूप देने की तैयारी चल रही है। 17 जुलाई, 2022 को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और भारत के केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों और प्रशासकों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में गृहमंत्री अमित शाह ने पहल के कार्यान्वयन पर चर्चा की।
असम भी उत्सव में अपना योगदान देने की तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने राज्यभर में 80 लाख घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर सभी उपायुक्तों को हर घर में तिरंगा फहराने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने असम के लोगों से इस अवसर को मनाने के लिए विभिन्न सार्वजनिक सभाओं में भारतीय होने के उत्साह और गर्व के साथ ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया।