-दीप शर्मा, गुवाहाटी
हेल्पलाइन नंबर विभन्न तरह से हमारी मदद कर रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकारी हेल्पलाइन नंबर संबंधित विभागों में शिकायत दर्ज करने में हमारी सहायता कर रहे हैं। मैं इस कार्टून के माध्यम से सरकार का आभार व्यक्त करता हूं।
-संजीव सील
मैं असम के मुख्यमंत्री से राज्य के समग्र आर्थिक विकास के लिए असम के हर जिले या ब्लॉक में एक गौशाला स्थापित करने की अपील करना चाहता हूं। गौशालाओं से बायो गैस, जैव उर्वरक और अन्य पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के उत्पादन में मदद मिलेगी। इससे आवारा पशुओं के प्रबंधन में भी सहायता होगी।
-मुकुंद्रे रावल
मैं असम वार्ता पत्रिका को देखकर बहुत खुश हूं। यह जमीन से जुड़ी खबरों को सामने लाता है। इस तरह की रिपोर्टिंग जनता को प्रोत्साहित करेगी। यह असम सरकार के प्रयासों को भी प्रतिबिंबित करती है।
– प्रो. दिलीप कुमार डे, महासचिव, प्रोएक्टिव सिनियर सिटिजन्स फोरम, सिलचर
मैं यह बताना चाहूंगा कि सरकारी और प्रांतीय स्कूलों और कॉलेजों में उच्च माध्यमिक स्तर पर छात्रों को राज्य में भाषा विषयों में शिक्षकों से पाठ नहीं मिल रहा है। विशेष रूप से बराक घाटी में बांग्ला में। इसकी वजह है, पद खाली पड़े हैं। बराक घाटी में अधिकांश स्कूलों में उच्च माध्यमिक स्तर पर बांग्ला भाषा के शिक्षक नहीं हैं। सिलचर में सरकारी सहित लगभग सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बंग्ला में कोई विषय-शिक्षक नहीं है। उदाहरण के लिए, नरसिंह हायर सेकेंडरी स्कूल, डीएनएनके गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल, गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल में बांग्ला भाषा के शिक्षक नहीं हैं। कुछ स्कूलों में तो अंग्रेजी के शिक्षक भी नहीं हैं। हम समझते हैं कि स्थायी नियुक्तियां टीईटी उत्तीर्ण उम्मीदवारों में से की जाती है, जिनके पास स्नातकोत्तर डिग्री और बी.एड जैसी व्यावसायिक योग्यताएं हैं। यदि ऐसे टीईटी पास अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हैं, तो छात्रों को क्यों भुगतना चाहिए।
टीईटी योग्य उम्मीदवार उपलब्ध होने तक अंशकालिक मास्टर डिग्री और बी.एड डिग्री प्राप्त उम्मीदवार अन्य भाषा विषयों में और विशेष रूप से बांग्ला के लिए लगाए जा सकते हैं। सरकारी और प्रांतीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षार्थियों के शैक्षणिक अधिकारों में कटौती न केवल अवांछनीय है, बल्कि अनैतिक भी है। यदि संस्थान और विषय हैं तो शिक्षक होने चाहिए, पूर्णकालिक या अंशकालिक, चाहे कुछ भी हो।