यदि आप भरत चक्रवर्ती और नबजीत शर्मा की तरह पूब शरणिया या जू रोड तिनाली के निवासी हैं, तो यह निश्चित है कि आप सातवें आसमान पर हैं। जिस वस्तु की आपको अपने घर में इतनी बुरी तरह से कमी खल रही थी, वह अब काफी मात्रा में है, और वह भी 24X7। उन्हीं की तरह आप भी अपने भाग्यशाली सितारों का शुक्रिया अदा कर रहे होंगे कि आखिरकार रोजाना की चिंता हमेशा के लिए खत्म हो गई।
गुवाहाटी जल आपूर्ति परियोजना ने इन क्षेत्रों के लगभग 13,000 निवासियों के अलावा आस-पास के लोगों को जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) के सहयोग से परियोजना का आशंकि क्रियान्वयन किया है, जिसने 21 दिसंबर को इन घरों में पूरी गति से पानी पहुंचाना शुरू किया।
एक सेवानिवृत्त इंजीनियर शर्मा ने असम वार्ता को बताया, इस इलाके में पीने की पानी की समस्या एक दशक से अधिक समय से है। इसकी वजह से लोगों के रोजमर्रा के कामों में भी परेशानी होती है। जब 2010-11 में जेआईसीए सहायता प्राप्त जल आपूर्ति परियोजना का काम शुरू हुआ, तो हम 2014-2015 तक हमारे क्षेत्र की जल संकट के अंत की उम्मीद कर रहे थे। हालांकि, इंतजार और लंबा हो गया। एक समय ऐसा आया जब हम सोचने लगे कि ऐसा नहीं होगा। हालांकि 22 दिसंबर से यह उम्मीद हकीकत में बदल गई है। हमें 24X7 पानी मिल रहा है। मैं सरकार का शुक्रगुजार हूं।
पूब शरणिया बाई लेन नंबर 6 (पश्चिम) के निवासी चक्रवर्ती की नवंबर में परियोजना के ट्रायल रन के साथ ही चिंता लगभग खत्म हो गई थी। उन्होंने कहा, मुझे जेआईसीए जल आपूर्ति योजना के आंशिक कमीशन से एक महीने पहले गुवाहाटी जल बोर्ड से अपना नया जल आपूर्ति कनेक्शन मिला। ट्रायल रन के दौरान गति सामान्य थी, लेकिन 21 दिसंबर की शाम से हम पानी की आपूर्ति की बहुत प्रभावशाली गति देख रहे हैं। यह अब हर समय उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि बर्बादी को रोकने के लिए हर कनेक्शन के सामने पानी का एक मीटर लगाना एक अच्छा विचार है।
परियोजना के आंशिक शुभारंभ समारोह में असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा गुवाहाटी के खारगुली में जल संशोधन संयंत्र के परिसर में उपस्थित हुए। उन्होंने परियोजना को गुवाहाटी के निवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में एक मील का पत्थर करार दिया। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि परियोजना के आंशिक रूप से चालू होने से बड़ी संख्या में घरों में पानी की कमी की समस्या दूर हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका उद्देश्य एक लाख से अधिक घरों में जल की आपूर्ति करना है, साथ ही यह भी कहा कि मार्च 2024 तक पूरी परियोजना को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंशिक कमीशनिंग पूर्व गुवाहाटी के निवासियों को एक सुव्यवस्थित जल आपूर्ति प्रणाली प्रदान करेगी, जो उनकी लंबे समय से चली आ रही मांगों में से एक है।
एक अन्य निवासी प्रवींद्र नाथ भुइयां ने कहा, सुरक्षित जल आपूर्ति एक स्वस्थ समाज की रीढ़ है। यह असम में पिछली सरकार की प्राथमिकता सूची में नहीं था। गौहाटी कॉमर्स कॉलेज के पास कृपा सिंधु पथ निवासी भुइयां ने कहा, मुझे यकीन है कि परियोजना जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने जेआईसीए के लचीलेपन और धैर्य के लिए आभार व्यक्त किया।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री अशोक सिंघल ने कहा कि मुख्यमंत्री के रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र का पालन करते हुए परियोजना को निर्धारित समय पर पूरा किया जाएगा। भारत में जापान के दूतावास के मिशन के उप प्रमुख कुनिहिको कावाजू, जेआईसीए इंडिया कार्यालय के मुख्य प्रतिनिधि मित्सुनोरी सैटो भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
देवोत्पल गोस्वामी, जिनका घर पूब शरणिया में चांदमारी रेलवे ट्रैक के पास है, ने इस रिपोर्टर को बताया, इन सब के बावजूद हम पीने के पानी के लिए टैंक खरीदने के लिए मजबूर थे। यह अब समाप्त होगा। मैं असम सरकार को “धन्यवाद” कहना चाहता हूं।