उम्रदराज पुहिता गोगोई के सपने पूरे होने जा रहे हैं। प्यार और देखभाल की प्रतिमूर्ति गोगोई ने कम पहचान मिलने के बावजूद अपना जीवन अपने क्षेत्र में बच्चों और महिलाओं की भलाई के लिए समर्पित कर दिया। हालांकि, उनके लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव चल रहा है क्योंकि वह उन सैकड़ों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं में से हैं, जिन्हें इस महीने की शुरुआत में एकमुश्त सेवानिवृत्ति सहायता प्राप्त हुई थी।
उन्होंने असम वार्ता को बताया, जब मेरे साथ कोई नहीं था, तो एक ढंग का जीवन जीना बहुत चुनौतीपूर्ण था। आज तक, मेरे पास रहने के लिए उचित जगह नहीं है। तिताबोर के देवघरिया गांव में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के रूप में गोगोई को असम सरकार से टर्मिनल लाभ के रूप में 4 लाख रुपये मिले हैं।
उनका इरादा इस पैसे का उपयोग सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ एक पक्का घर बनाने में करना है। गोगोई ने इस संवाददाता से कहा, अपने पूरे जीवन मैंने ईमानदारी और समर्पित भाव से काम किया, लेकिन बदले में मुझे बहुत कुछ नहीं मिला। आज, मैं महसूस करती हूं कि मेरे काम को मान्यता मिली है। उन्होंने कहा, इससे मुझे समाज की भलाई के लिए अपना काम जारी रखने की प्रेरणा मिली है। एकमुश्त सहायता राशि का चेक लेते समय 61 वर्षीय जुमुरोन नेसा की आंखें चमक रही थीं। उन्होंने कहा कि वह उस पल को अपनी जिंदगी का सबसे यादगार पल मानती हैं।
उन्होंने कहा, वर्ष 1987 में मैं आंगनवाड़ी सहायिका के रूप में शामिल हुई। इन सभी वर्षों में मैंने दूसरों का ख्याल रखा। आज, मुझे लगता है कि मेरी देखभाल की जा रही है।
नेसा को गुवाहाटी के पूरनबस्ती केंद्र में अमूल्य योगदान देने के लिए 2 लाख रुपये का चेक मिला, उन्होंने कहा, यह राशि मुझे अपने स्वास्थ्य खर्चों का ख्याल रखने में मदद करेगी।
असम सरकार ने 1 अप्रैल, 2022 से 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 4 लाख रुपये, छोटे आंगनवाड़ी केंद्रों को 3 लाख रुपये और 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने वाली आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 2 लाख रुपये की एकमुश्त वित्तीय सहायता प्रदान की है। पहले चरण में 3393 कार्यकर्ताओं (चरण- I में 793 और चरण II में 2600) को वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री अजंता निओग ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा, इतना विकसित नहीं होने के बावजूद असम आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को टर्मिनल लाभ प्रदान करने वाला पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरे असम में 10,000 नए मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र बनाने पर विचार कर रही है।