परिवहन विभाग 31 मार्च, 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में 1,500 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड राजस्व पर नजर रखे हुए है। विभाग की नजर अगले दो महीनों में 450 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व के स्तर तक पहुंचने पर है।
असम वार्ता से बात करते हुए, असम सरकार के परिवहन आयुक्त, आदिल खान ने कहा कि यह परिणाम प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा लाई गई पारदर्शिता के कारण है। उन्होंने कहा, प्रणाली अब 100% डिजिटल है और ऑनलाइन लेनदेन के कारण हम बिचौलियों को रोकने में कामयाब रहे हैं। इन संपर्क रहित सेवाओं से पहुंच में भी आसानी हुई है।
डिमा हसाओ, कामरूप (मेट्रोपॉलिटन), डिब्रूगढ़ और नगांव (बॉक्स देखें) विभाग के लिए खड़े हुए जिले हैं। 31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 214 करोड़ रुपये के राजस्व संग्रह के मुकाबले, इस वर्ष विभाग 31 जनवरी तक 286 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाब रहा है। कामरूप मेट्रोपॉलिटन के जिला परिवहन अधिकारी (पंजीकरण और लाइसेंस) गौतम दास ने कहा, हम उन लोगों के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखे हैं, जो अपने वाहन कर का भुगतान करने से बच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विभाग अब राज्य के बाहर पंजीकृत व्यावसायिक और व्यक्तिगत वाहनों पर कार्रवाई करेगा। उन्होंने इस अभियान की सफलता का श्रेय विभाग द्वारा प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रयोग विशेषकर वाहन करों के भुगतान एवं वाहनों के पंजीकरण को दिया। डिमा हसाउ के डीटीओ अरुण बोरा ने फोन पर इस रिपोर्टर को बताया कि उन्होंने 22 फरवरी को अपने लक्ष्य का 95% हासिल कर लिया है, जिस दिन उन्होंने इस रिपोर्टर से बात की थी। बोरा ने कहा, नए वाहनों के पंजीकरण और बकाये की वसूली के जरिए हमने इसे प्रबंधित किया है।