मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा ने गुवाहाटी के खानापाड़ा स्थित वेटरनरी कॉलेज खेल मैदान में सफल उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों की सभा को संबोधित करते हुए 25 मई, 2023 को न केवल चयनित उम्मीदवारों के लिए बल्कि व्यक्तिगत रूप से उनके लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने कहा कि नियुक्ति के इस नवीनतम दौर ने उनकी सरकार को असम के लोगों को एक लाख सरकारी नौकरियां प्रदान करने के अपने चुनाव पूर्व किए गए वादे को पूरा करने के करीब ला दिया है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि जब उन्होंने यह वादा किया था तो वह खुद इसे पूरा करने की संभावना के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त नहीं थे। लेकिन असम के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले शासन पर जो विश्वास दिखाया, उसने इसे पूरा करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा, अगर कोविड -19 संकट महामारी के कारण पैदा हुए हालात नहीं होते तो 1 लाख भर्ती लक्ष्य अब तक पूरा हो गया होता।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 1 लाख का आंकड़ा पार करने के लिए आवश्यक शेष भर्तियां थोड़े समय के भीतर पूरी हो जाएंगी, क्योंकि सरकार 22,000 रिक्त पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी करने की प्रक्रिया में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से भर्तियां की गई हैं और भर्तियों में भाई-भतीजावाद व भ्रष्टाचार बीते दिनों की बात हो गई है। डॉ. शर्मा ने सफल उम्मीदवारों से प्रेरणा लेने और समर्पण के साथ काम करने की अपील की ताकि अगले दो से तीन दशकों में असम को सभी मोर्चों पर सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक के तौर पर बदला जा सके। उन्होंने नवनियुक्त कर्मियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता के 100 वें वर्ष तक राष्ट्र को विश्वगुरु के पद पर आसीन करने के सपने को पूरा करने की दिशा में प्रमुख भूमिका निभाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया को सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए नवनियुक्तों से सेवा में अपने समय का सदुपयोग करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं से उद्यमिता की राह पर चलने की भी अपील की। उन्होंने कहा, सिर्फ सरकारी नौकरियों पर निर्भर रहने से राज्य की प्रगति में ठहराव आएगा। नौकरी चाहने वाले होने के साथ-साथ राज्य के युवाओं को नौकरी देने वाला भी बनने की आकांक्षा रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में राज्य में बहाल शांति और सद्भाव ने उद्यमिता के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में बहुत योगदान दिया है। बैठक में असम विधानसभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी, केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली के साथ असम कैबिनेट के मंत्री और तीन स्वायत्त परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी उपस्थित थे।