मनः प्रशमनोपायो योग इत्यभिधीयते।
(मन को शांत करने के उपाय को योग कहते हैं)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कंधे पर असमिया गामोसा लिए अपने चिर परिचित अंदाज में कर्नाटक के मैसूर पैलेस से ‘मानवता के लिए योग’ विषय पर 21 जून को 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उत्सव का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि योग अब जीवन का हिस्सा नहीं रह गया है बल्कि जीवन का एक तरीका बन रहा है। लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, योग किसी व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि बड़े पैमाने पर मानवता के लिए है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाएगा। योग दिवस को दुनिया भर में करोड़ो लोगों ने मनाया था।
असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा डिब्रूगढ़ के चौकीडिंगी ग्राउंड में एक योग सत्र में भाग लेने वालों में शामिल थे, जबकि उनके कैबिनेट सहयोगी और वरिष्ठ नौकरशाह राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के बावजूद योग दिवस मनाने के लिए विभिन्न शहरों में मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा, योग हमारे अंदर आध्यात्मिक ऊर्जा पैदा करता है और हमारी मानसिक स्थिति को संतुलित करता है।
दुबई में स्थित एक असमिया वेलनेस कोच सोनिया नाजनीन ने असम वार्ता को बताया कि योग के माध्यम से मानवता न केवल एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए संसाधन उत्पन्न कर सकती है बल्कि एक समृद्ध मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति भी विकसित कर सकती है। योग जाति, वर्ग, लिंग और धर्म से परे है। तीन साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति योग अभ्यासी हो सकता है। उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हम अपने जीवन में योग को शामिल करेंगे, उतना ही हम स्वयं को विकसित कर सकते हैं।
असम पर्यटन विकास निगम ने गुवाहाटी में एक योग दिवस समारोह का आयोजन किया जिसमें सभी क्षेत्रों के लोगों ने भाग लिया। फिल्म निर्माता और अभिनेत्री एमी बरुआ ने असम वार्ता से कहा कि योग को एक दिन का उत्सव नहीं बल्कि हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग होना चाहिए।
गुवाहाटी स्थित एक योग शिक्षक, बुल्की कलिता ने कहा कि दैनिक जीवन में योग अभ्यास की एक प्रणाली है जिसमें शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के क्षेत्रों में विकास के आठ स्तर शामिल हैं। जब शरीर शारीरिक रूप से स्वस्थ होता है, तो मन स्पष्ट, एकाग्र होता है और तनाव नियंत्रण में रहता है। इसलिए नियमित रूप से योग का अभ्यास करने से व्यक्ति को स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन जीने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा, साल में एक दिन इसका अभ्यास करने से आपको वास्तव में योग करने का कोई लाभ नहीं मिलेगा।