ग्रामीण असम में बांस लगभग हर घर में आम है। इसमें असम के लोगों और अर्थव्यवस्था को सहारा देने की अपार क्षमता है। दिल्ली में प्रदूषण के दुष्परिणाम हम सभी ने देखे हैं। एक समाचार हाल में प्रकाशित हुआ था। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के सौजन्य से। जिसमें हरियाणा के गुरुग्राम में 4 करोड़ की लागत से 13,000 वर्ग किलोमीटर का कमरा ऑक्सीजन के लिए तैयार किया गया था। हैरान करने वाली बात है कि बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि बांस वायुमंडल में 35 प्रतिशत अधिक ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
इसलिए बांस के बारे में बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाने की जरूरत है। यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। लोककथाएं हैं कि बांस में भूत होते हैं। लेकिन अब बांस के बने घरों में पर्यटक रात बिताकर इस किवंदती को बदलेंगे।