बराक घाटी के विकास को गति प्रदान करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने पिछले महीने बराक घाटी में 767 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने कछार और हैलाकांदी जिलों में आठ विधानसभा क्षेत्रों के 18,869 लाभार्थियों को शामिल करते हुए 75 योजनाओं का अनावरण किया। उन्होंने 229 रुपये की वित्तीय लागत वाली पांच योजनाओं का उद्घाटन किया और 538 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं की नींव रखी।
डॉ. शर्मा ने 48 करोड़ रुपये के परिव्यय वाले कछार के एक एकीकृत डीसी कार्यालय और सिलचर में 16 करोड़ की लागत वाले एक सामुदायिक केंद्र की नींव रखी। मुख्यमंत्री ने बरखोला से कलाइन तक 22 किमी लंबी सड़क के पुनरोद्धार की आधारशिला भी रखी। इसकी लागत रु. 210 करोड़ होगी। उन्होंने 264 करोड़ रुपये की लागत से सेचाबारी से हैलाकांदी तक 24 किलोमीटर लंबी सड़क की आधारशिला भी रखी। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री ने बराक नदी पर तीन पुलों का उद्घाटन किया और हैलाकांदी में भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की एक प्रतिमा का अनावरण करने के अलावा कछार में डीसी कार्यालय के परिसर में लाचित बरफुकन की एक प्रतिमा का अनावरण किया।
सिलचर के डीएसए मैदान में आयोजित एक सार्वजनिक बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि असम सरकार अन्य क्षेत्रों के विकास के साथ-साथ बराक घाटी के सड़क बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने सिलघाट में पुल निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दौरे के दौरान उन्होंने जिन तीन पुलों का उद्घाटन किया, उनसे न केवल दक्षिण असम में परिवहन में सुधार होगा बल्कि बराक घाटी के समग्र विकास में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बराक घाटी में पाइप जल परियोजनाओं (जेजेएम के तहत) के उद्घाटन के बारे में बताते हुए कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल के करीब है।
डॉ. शर्मा ने हैलाकांदी जिले के अपने दौरे के दौरान कहा कि 200 करोड़ रुपया वहां सड़कों के विकास पर खर्च किए जाएंगे। उन्होंने जिला पुस्तकालय और एक स्टेडियम के विकास के लिए 20 करोड़ रुपये की भी प्रतिबद्धता जताई।