प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिन्हें असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा सदाबहार मित्र बताते हैं, ने इस भरोसे को कायम रखते हुए 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का देश में मतदान से कुछ दिन पहले 9 मार्च को जोरहाट में विशाल रैली के दौरान उद्घाटन और आधारशिला रखने के साथ ही राष्ट्र को समर्पित भी किया। इन विकास परियोजनाओं में स्वास्थ्य, तेल और गैस, रेल और आवास के क्षेत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका प्यार ही उनकी सबसे बड़ी पूंजी है। उनकी असम यात्रा से पहले, 7 मार्च की शाम को गोलाघाट जिले के बोकाखात के लोगों ने राज्य में उनके स्वागत के लिए 1 लाख मिट्टी के दीपक जलाए।
पीएम मोदी ने वर्चुअल माध्यम से उत्तर पूर्वी क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री विकास पहल (पीएम-डिवाइन) योजना के तहत परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें शिवसागर में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल और गुवाहाटी में बी बरुआ कैंसर संस्थान में एक हेमाटो-लिम्फोइड केंद्र शामिल है। तेल और गैस क्षेत्र में महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला रखने के अलावा जिसमें डिगबोई रिफाइनरी की क्षमता 0.65 से 1 एमएमटीपीए (मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष) तक विस्तार शामिल है, कैटेलिटिक रिफॉर्मिंग यूनिट (सीआरयू) की स्थापना के साथ गुवाहाटी रिफाइनरी विस्तार (1.0 से 1.2 एमएमटीपीए) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के बेतकुची (गुवाहाटी) टर्मिनल पर सुविधाओं में वृद्धि सभी का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने तिनसुकिया में एक नया मेडिकल कॉलेज और अस्पताल राष्ट्र को समर्पित किया और 718 किलोमीटर लंबी बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन (प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का हिस्सा) लगभग 3,992 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत लगभग 8,450 करोड़ रुपये की कुल लागत से निर्मित लगभग 5.5 लाख घरों का प्रतीकात्मक उद्घाटन किया।
उन्होंने असम में 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया, जिसमें धूपधारा-छायगांव खंड (न्यू बोंगाईगांव-गुवाहाटी वाया ग्वालापाड़ा दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा) और न्यू बोंगाईगांव-सरभोग खंड (न्यू बोंगाईगांव-अगथोरी-दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा) शामिल हैं। )
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, “विकास भी और विरासत भी”, हमारी डबल इंजन सरकार का मंत्र रहा है। उन्होंने बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य और ऊर्जा क्षेत्रों में तेजी से प्रगति करने के लिए असम की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा, स्वास्थ्य क्षेत्र में एम्स, तिनसुकिया में एक मेडिकल कॉलेज, शिवसागर मेडिकल कॉलेज और जोरहाट में एक कैंसर अस्पताल जैसे बुनियादी ढांचे असम को पूरे उत्तर पूर्व के लिए एक चिकित्सा केंद्र बना देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि गैस पाइपलाइन उत्तर पूर्वी ग्रिड को राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ेगी और 30 लाख घरों और 600 से अधिक सीएनजी स्टेशनों को गैस की आपूर्ति करने में मदद करेगी, जिससे बिहार, पश्चिम बंगाल और असम के 30 से अधिक जिलों के लोगों को लाभ होगा।
डिगबोई रिफाइनरी और गुवाहाटी रिफाइनरी के विस्तार के उद्घाटन के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों से असम में रिफाइनरियों की कुल क्षमता अब दोगुनी हो जाएगी जबकि नुमालीगढ़ रिफाइनरी की कुल क्षमता तीन गुना हो जाएगी। उन्होंने कहा, किसी भी क्षेत्र का विकास तब तेज गति से होता है, जब विकास के इरादे मजबूत हों। प्रधानमंत्री ने उस दिन अपने पक्के घर पाने वाले 5.5 लाख परिवारों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये घर शौचालय, गैस कनेक्शन, बिजली और पाइप-पानी कनेक्शन जैसी सुविधाओं से सुसज्जित हैं। उन्होंने कहा कि असम में 18 लाख परिवारों को ऐसे घर उपलब्ध कराए गए हैं जो घर की महिला के नाम पर हैं।उन्होंने देश में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।
2014 के बाद असम में हुए ऐतिहासिक परिवर्तनों पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने 2.5 लाख से अधिक भूमिहीन मूल निवासियों को भूमि अधिकार प्रदान करने और लगभग आठ लाख चाय बागान श्रमिकों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा, विकसित भारत के लिए उत्तर पूर्व का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा, मोदी पूरे उत्तर पूर्व को अपना परिवार मानते हैं। इसीलिए हम उन परियोजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो वर्षों से लंबित पड़ी हैं।