प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम सरकार की सेवाओं में शामिल होने वाले नवनियुक्त कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा है कि उनकी भर्ती असम के युवाओं के भविष्य के प्रति सरकार की गंभीरता को दर्शाती है। उन्होंने वीडियो संदेश के माध्यम से राज्य सरकार के 44,703 नये कर्मचारियों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
अपने भाषण में, उन्होंने अप्रैल में बिहू के दौरान राज्य की अपनी यात्रा को याद किया और कहा कि असमिया संस्कृति के गौरव के प्रतीक भव्य आयोजन की स्मृति उनके दिमाग में ताजा है। प्रधानमंत्री ने कहा, असम शांति और विकास का एक नया युग देख रहा है और विकास की इस गति ने असम में सकारात्मकता और प्रेरणा का प्रसार किया है। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व में शुरू की गई प्रक्रियाओं पर विचार करते हुए असम प्रत्यक्ष भर्ती आयोग का गठन करके सरकारी भर्ती को पारदर्शी बनाने के राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने कहा, आजादी के अमृत काल में हम सभी ने अपने देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। नियुक्त किए गए लोगों के व्यवहार, सोच, कार्य के प्रति दृष्टिकोण और जनता पर प्रभाव के महत्व को रेखांकित करते हुए, पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि नई नियुक्तियां आम लोगों के लिए असम सरकार का चेहरा होंगी। उन्होंने उल्लेख किया कि लोगों की आकांक्षाएं बहुत अधिक हैं। उन्होंने कहा, ट्वेंटी-20 क्रिकेट के इस दौर में देश के लोग जल्द नतीजे चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने देश के नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने में सरकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारियों को रेखांकित किया। पीएम मोदी ने नियुक्त लोगों से आग्रह किया कि वे उसी समर्पण के साथ आगे बढ़ें, जिस समर्पण के साथ उन्होंने नौकरी हासिल की। उन्होंने सीखने के लिए हमेशा तत्पर रहने की सलाह देते हुए समाज और व्यवस्था को बेहतर बनाने में उनका योगदान मांगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर लाखों करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और नए राजमार्गों और एक्सप्रेसवे, रेलवे लाइनों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों और जलमार्गों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इन नई बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं से हर जगह रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने इस पैमाने की परियोजनाओं में इंजीनियरों, तकनीशियनों, लेखाकारों, मजदूरों आदि की आवश्यकता को इंगित किया।
पीएम मोदी ने कहा कि रेलवे लाइनों के विस्तार और उनके विद्युतीकरण से रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने जीवनयापन में आई आसानी को रेखांकित किया और कहा कि 2014 के बाद से सरकार ने गरीबों के लिए शौचालय, गैस कनेक्शन, नल से पानी की आपूर्ति और बिजली जैसी सुविधाओं के साथ लगभग चार करोड़ पक्के घर बनाए हैं। प्रधानमंत्री ने रोजगार सृजन में आयुष्मान भारत द्वारा निभाई गई भूमिका पर भी प्रकाश डाला और उल्लेख किया कि देश में कई नए अस्पताल और क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप ईकोसिस्टम पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा, आज युवा कई क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं, दस साल पहले यह अकल्पनीय था। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की बात की, जो भारत में करोड़ों मोबाइल फोन का निर्माण करके भारत के विकास में योगदान दे रहा है। पूरे भारत में गांवों तक पहुंच रहे ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के विस्तार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे बड़े पैमाने पर रोजगार और स्वरोजगार को प्रोत्साहन मिला है।