प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफू और डिब्रूगढ़ में दो अलग-अलग रैलियों में अपने लाखों समर्थकों का दिल जीत लिया। उन्होंने इस मौके पर असम के लोगों से राज्य में शांति, एकता और विकास को जारी रखने की भावनात्मक अपील भी की।
डिफू में, 500 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई की इनसे क्षेत्र में कौशल और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। पीएम मोदी ने 2,985 से अधिक अमृत सरोवर परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। राज्य सरकार इन अमृत सरोवरों को लगभग 1,150 करोड़ रुपये की लागत से विकसित करेगी। उन्होंने आहोम सेनापति लचित बरफुकन की वीरता को याद किया और आजादी का अमृत महोत्सव के संयोग और एक ही समय में पड़ने वाले महान सेनापति की 400वीं जयंती का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा, लाचित बरफुकन का जीवन देशभक्ति और राष्ट्र शक्ति की प्रेरणा है। मैं देश के इस महान नायक को सलाम करता हूं।
प्रधानमंत्री ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि 2014 के बाद से पूर्वोत्तर में कठिनाइयां कम हो रही हैं और तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक विरासत की संपन्नता के मामले में असम को एक समृद्ध राज्य करार दिया।
बाद में, डिब्रूगढ़ में एक रैली के दौरान पीएम ने हजारों बिहू नर्तकियों के साथ कदम से कदम मिलाकर थिरके।
डिब्रूगढ़ में अपने संबोधन में उन्होंने चाय बागानों में काम करने वाले लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों की बातें कहीं।