मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि उनकी सरकार पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की तरह सक्षम बनाने के लिए इसका कायाकल्प करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि असम की पशुधन आबादी की उपचार आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारियों के नए पद सृजित किए जाएंगे। उन्होंने गुवाहाटी में श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित एक समारोह में मत्स्य, पशुपालन और पशु चिकित्सा, उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम और सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभागों के 210 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद अपने संबोधन में ये बातें कहीं।
सीएम ने 161 पशु चिकित्सा अधिकारियों और 32 मत्स्य विकास अधिकारियों को नियुक्ति पत्र भेंट किए। इसके अलावा उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के लिए 13 और पीएचई के लिए चार नियुक्ति पत्र दिए गए।
इस अवसर पर डॉ. शर्मा ने कहा कि राज्य के योग्य और सक्षम युवाओं को नियुक्तियां देना राज्य के मत्स्य पालन, पशुपालन और पशु चिकित्सा क्षेत्रों में सार्वजनिक सेवा को बढ़ाने और बढ़ावा देने की दिशा में एक और कदम है। यह कहते हुए कि मत्स्य पालन, पशुपालन और पशु चिकित्सा महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जिनमें राज्य के विकास की गति को तेज करने की क्षमता है, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इन क्षेत्रों को गति देने के लिए कई कदम उठा रही है।उन्होंने नवनियुक्त अधिकारियों से कहा कि वे समर्पण भाव से अपनी सेवाएं दें और अपने पदस्थापन स्थान के लोगों से विशेष संबंध स्थापित करें। मुख्यमंत्री ने समाज में एकआदर्श की आवश्यकता बताते हुए कहा कि नवनियुक्त अधिकारियों के समर्पण और शिष्टता से समाज की आवश्यकता के अनुरूप युवा पीढ़ी का पोषण होगा।
मुख्यमंत्री ने नई नियुक्तियों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार युवाओं को एक लाख सरकारी नौकरी देने के वादे को पूरा करने की दिशा में अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। कृषि, पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री अतुल बोरा; मत्स्य मंत्री परिमल शुक्लबैद्य ने भी बैठक में बात की, जिसमें बिजली और सहकारिता मंत्री नंदिता गर्लोसा, मंत्री राजस्व और आपदा प्रबंधन व अन्य जोगेन मोहन ने भी भाग लिया; उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम मंत्री बिमल बोरा भी मौजूद रहे।