पिछले एक साल में राज्य में अपराध का ग्राफ गिरा है और यह उपलब्धि सक्रिय पुलिसिंग और मुख्यमंत्री की देखरेख में चल रहे सक्षम गृह विभाग के बल पर हासिल किया गया है।
याद करिए 10 मई, 2021 का दिन, मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री डॉ सरमा ने अपने आवास पर रात करीब 9 बजे एक बैठक की अध्यक्षता की। इसमें डीजीपी (असम पुलिस), विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) और प्रमुख सचिव (गृह विभाग) ने भाग लिया। दो घंटे तक चली बैठक के बाद, मुख्यमंत्री ने पुलिस को अपराध के 7 प्रमुख क्षेत्रों पर एक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया. ये क्षेत्र हैं – नशीले पदार्थ, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध, पशु तस्करी, एक सींग वाले गैंडे का अवैध शिकार, भूमि अतिक्रमण, आतंकवाद और कच्चे तेल की चोरी।
इसका परिणाम ये हुआ कि पिछले एक साल के सरकार के कामकाज ने आलोचकों को भी प्रभावित किया है। साल 2021 में, राज्य ने हर महीने 11,103 आपराधिक मामले दर्ज किए, जबकि 2022 में मामलों की संख्या औसतन 6,247 थी।
हालांकि पुलिस पहले से ही ड्रग तस्करों पर नकेल कस रही है, दिसपुर में नई सरकार के सत्ता में आने के बाद से इस अभियान में एक नया जोश दिखाई दे रहा है। 10 मई, 2021 से शुरू करके 17 अप्रैल, 2022 तक 4,838 से अधिक ड्रग डीलरों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 548.53 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं।
ऐसा नहीं है कि सरकार असामाजिक गतिविधियों को खत्म करने के लिए सिर्फ बल इस्तेमाल कर रही है। बाकी सकारात्मक प्रयासों का भी अच्छा असर दिखाई दे रहा है। 4 सितंबर, 2021 को यूपीएलए, पीडीसीके, केपीएलटी और केएलएनएलएफ ने राज्य सरकार और केंद्र के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद, उन्होंने न सिर्फ अपने संगठनों को बल्कि अपने कैंपों को भी भंग कर दिया। मुख्यमंत्री ने बार-बार उल्फा (आई) से बातचीत के लिए सामने आने की अपील की है।
साल 2020 में हुए ऐतिहासिक बोडो समझौते के बाद, 212.30 करोड़ रुपये की लागत से 4,203 पूर्व एनडीएफबी कैडरों का पुनर्वास किया गया है। सरकार यूपीएलए, पीडीसीके, केपीएलटी और केएलएनएलएफ के आत्मसमर्पण करने वाले कैडरों के पुनर्वास के लिए 77.4 करोड़ रुपये जारी करने पर भी सहमत हो गई है।
एक सींग वाले गैंडों के शिकार की घटनाओं की संख्या में 10 मई, 2021 के बाद से भारी गिरावट देखी गई है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले एक साल में सिर्फ एक गैंडा ही शिकारियों का शिकार हुआ। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और वन्यजीव प्रेमी केविन पीटरसन ने भी गैंडों के संरक्षण में असम सरकार की कोशिशों की तारीफ की ही।
पिछले एक साल में, 9,454 मवेशियों को बचाया गया और 992 पशु तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस तरह की हरकतों को रोकने के लिए असम मवेशी संरक्षण अधिनियम, 2021 कानूनी एजेंसियों को और मजबूत करेगा।
पुलिस राज्य से महिलाओं और बाल तस्करी के खतरे से निपटने के लिए अभियान चला रही है। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस का दृष्टिकोण अपनाया गया है। इसके साथ निगरानी और खुफिया तंत्र को मजबूत किया गया है। परिणामस्वरूप पिछले साल 10 मई से 104 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया और 250 पीड़ितों को बचाया गया।
मुख्यमंत्री ने हाल के दिनों में पूरे असम के पुलिस थानों के प्रभारियों के साथ-साथ पुलिस अधीक्षकों के साथ बातचीत की है ताकि उनका मनोबल बढ़े और मानवीय भाव रखते हुए कानून के पालन को बढ़ावा दिया जा सके।