मेघ माया नेवार पहली बार वर्ष 2018 में असम लोक सेवा परीक्षा में बैठे। हालांकि उस बार वह परीक्षा पास नहीं कर पाए। तभी उन्हें एहसास हुआ कि लोक सेवा परीक्षाओं को पास करने के लिए, एकाग्रचित होने और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है। वहीं, इस वास्तविकता को महसूस करनेवाले अन्य व्यक्ति थे तामुलपुर विधान सभा क्षेत्र के 58 वर्षीय विधायक जोलेन दैमारी। फिर क्या था, अपने क्षेत्र के अधिक से अधिक नेवारों को एपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं उत्तीर्ण कराने के लिए, उन्होंने एक विशेष परीक्षा आयोजित कराने की पहल की। इस मॉक परीक्षा को पास करनेवालों को ऑफलाइन और ऑनलाइन में सौ प्रतिशत छात्रवृत्ति दी जाती थी।
असम वार्ता से बातचीत के दौरान विधायक ने कहा, लोक सेवाओं के माध्यम से एक स्वस्थ समाज का सृजन हो सकता। इसलिए, मैं मॉक परीक्षा पास करनेवाले अपने क्षेत्र के सात चुने गए छात्रों को अब सौ प्रतिशत छात्रवृत्ति का प्रस्ताव दे रहा हूं । उन्होंने साथ ही कहा कि अपने क्षेत्र में शिक्षा के मामले में पुनर्रुत्थान लाना उनके हृदय में बसा एक सपना था।
हमारे संवाददाता से बातचीत के दौरान नेवार ने कहा कि वे गुवाहाटी के एक निजी लोक सेवा कोचिंग सेंटर में अध्ययन करते हुए तामुलपुर के विधायक की पहल को धन्यवाद देते हैं। वर्तमान में मैं एपीएससी की तैयारी कर रहा हूं। मेरे कोचिंग और होस्टल से संबंधित सारे खर्च विधायक महोदय कर रहे हैं। उनका दिल बहुत बड़ा है। उनकी इस पहल से निश्चित तौर पर हमें आनेवाले समय में लोगों की सेवा करने में मदद मिलेगी। फोन पर बातचीत के दौरान नेवार ने अपनी तैयारी को लेकर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें आत्मविश्वास है कि अगली बार वे एपीएससी की परीक्षा में जरूर उत्तीर्ण होंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा, 2018 में जब मैं पहली बार परीक्षा में बैठा था ,तब मेरी तैयारी नहीं थी। लेकिन अब बात कुछ और है। उस समय मुझे अपने क्षेत्र में अच्छे समाचार पत्र नहीं मिलते थे। लेकिन, अब गुवाहाटी में मुझे बेहतरीन पत्रिकाएं और समाचार पत्र आसानी से मिल जाते हैं।
विधायक ने हमारे संवाददाता को बताया, मैं अपने क्षेत्र में कृषि और बागवानी का कोचिंग उपलब्ध करवाने के विधी में भी सोच रहा हूं ।साथ ही कहा की असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा और बोडोलैंड स्वायत्तशासी क्षेत्र प्रमुख प्रमोद बोडो के नेतृत्व में क्षेत्र में परिवहन, सड़क, स्वास्थ्य , खेल सुविधाएं, संपर्क के साधन, कौशल विकास आदि को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं को शुरू किया गया है।