राज्य के 11 चयनित जिलों में स्कूल शिक्षा विभाग, असम सरकार द्वारा आयोजित वार्षिक शैक्षणिक अभ्यास, गुणोत्सव के पहले चरण में 16,900 स्कूलों के 15.08 लाख से अधिक विद्यार्थियों का परीक्षण किया गया था। शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक क्षेत्रों में विद्यार्थियों के कौशल का परीक्षण करने के साथ-साथ स्कूल के बुनियादी ढांचे और उसके प्रबंधन का मूल्यांकन करने के लिए, अभ्यास 18 जनवरी को शुरू हुआ और पिछले महीने की 21 तारीख को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के पहले चरण में नगांव, बरपेटा, कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, शिवसागर, दक्षिण सालमारा मनकाचर और उदालगुड़ी जिलों के स्कूलों ने भाग लिया। यह अभ्यास कक्षा 1 से कक्षा IX तक के विद्यार्थियों के लिए है।
गुणोत्सव का द्वितीय चरण 1 से 4 फरवरी, जबकि तृतीय व अंतिम चरण 15 से 18 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसका आयोजन सरकारी/प्रांतीय स्कूलों, चाय बागान प्रबंधन स्कूलों, आदर्श विद्यालय, चाय बागान मॉडल स्कूल में किया जा रहा है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय राज्य भर में 44,525 हैं। अभ्यास के हिस्से के रूप में कुल मिलाकर 42.76 लाख से अधिक छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा जिसमें 18,000 से अधिक मूल्यांकनकर्ता भाग लेंगे।
दूसरे चरण में, बक्सा, चराईदेव, चिरांग, धेमाजी, धुबड़ी, गोलाघाट, होजाई (अब नगांव जिले का हिस्सा), हैलाकांदी, जोरहाट, कामरूप (मेट्रोपॉलिटन), शोणितपुर, तिनसुकिया, और पश्चिम कार्बी आंगलोंग का मूल्यांकन किया जाएगा। शेष समापन चरण में मूल्यांकन अभ्यास का हिस्सा होंगे।
शिवसागर जिला विद्यालय निरीक्षक कमलज्योति गोगोई ने असम वार्ता को बताया कि उनके जिले में गुणोत्सव सफल रहा। उन्होंने कहा, “इस बार स्कूलों की ग्रेडिंग तीन मापदंडों पर की जाएगी, जिनमें से शैक्षिक में 90% अंकों का भार होगा, जबकि 5% प्रत्येक सह शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों और सामुदायिक भागीदारी व योगदान के लिए होगा। उन्होंने कहा कि शिवसागर पिछले साल गुणोत्सव में सबसे अच्छा जिला था।