परिश्रम का फल एक दिन जरूर मिलता है I जी हाँ , धारापुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की ग्यारहवीं कक्षा की मासूमा बेगम एवं कामरूप (मेट्रो ) स्थित डिमोरिया उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की दसवीं कक्षा की कश्मीरा बेगम की मेहनत रंग लाई I दोनों को क्रमशः 4000 व 2000 की विशेष छात्रवृत्ति दी गई है I
असम वार्ता से बातचीत करते हुए मासुमा ने कहा, “मेरे पिताजी एक ड्राईवर हैंI शिक्षा विभाग से मिली इस छात्रवृत्ति से हमें कुछ राहत मिली है I मैंने इन रुपयों से पाठ्य पुस्तक तथा अन्य आवश्यक सामग्री खरीदी I इस छात्रवृत्ति के माध्यम से मुझ जैसी छात्रा को सशक्त बनाने व प्रेरित करने के लिए मैं सरकार की आभारी हूँ I”
वहीं कश्मीरा ने भी छात्रवृत्ति प्राप्ति पर प्रसन्नता जताते हुए कहा, “इस राशि से आवश्यक वस्तुएँ खरीदकर मैं काफी खुश हूँ I ऐसी योजनाओं से छात्रों को मन लगाकर पढ़ने की प्रेरणा मिलती है I’’
मालूम हो कि कक्षा दसवीं , ग्यारहवीं और बारहवीं की अल्पसंख्यक छात्राओं को पढ़ाई जारी रखने व औपचारिक शिक्षा का हिस्सा बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2018-19 के बजट सत्र में “ अल्पसंख्यक समुदाय छात्रा छात्रवृत्ति योजना” की घोषणा की गई थी I
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम (2सी) के अंतर्गत इस योजना के तहत कक्षा दसवीं की धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों अर्थात मुसलमान , सिख , ईसाई , बौद्ध , जैनी, पारसी आदि की छात्राओं को क्रमशः सालाना 2000 तथा ग्यारहवीं व बारहवीं की छात्राओं को सालाना 4000 रुपये देने का प्रावधान है I हाल ही में असम सरकार अंतर्गत सरकारी , मान्यताप्राप्त तथा निजी क्षेत्र के विद्यालयों में पढ़ रहे 21,661 अल्पसंख्यक छात्राओं को 2021-22 के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रक्रिया द्वारा विशेष छात्रवृत्ति दी गई I इस योजना के तहत नोडल विभाग उच्चतर शिक्षा विभाग ने हिताधिकारियों के लिए 6.86 करोड़ रुपये जारी किए I