संसद में पिछले महीने पेश किए गए आम बजट 2023-24 में ऐसा बहुत कुछ है जिस पर असम और उत्तर पूर्व खुश हो सकते हैं। वित्तमंत्री ने इसे अपने इतिहास में असम व उत्तर पूर्व के लिए सबसे बड़ा आवंटन बताया है। असम सरकार ने वित्तमंत्री की उदारता को तुरंत स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्वशर्मा ने उम्मीद जताई है कि बजट पीएम विकास, राष्ट्रीय अपरेंटिस कार्यक्रम, पीएम कौशल विकास योजना 4.0 और डिजिटल व हरित अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण निवेश जैसी पहलों के साथ रोजगार सृजन के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये उपाय न केवल रोजगार के नए अवसर प्रदान करेंगे, बल्कि क्षेत्र में नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा देने में भी मदद करेंगे।
शर्मा ने कहा, पूंजीगत निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए राज्यों को और वित्तीय स्वायत्तता देने के लिए मैं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभारी हूं।
उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री की विकास पहल (पीएमडिवाइन) के आवंटन को लगभग दोगुना करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही अंतिम मील तक के विकास के लिए पीएम-पीवीटीजी जैसी योजनाओं के जरिये आदिवासी और मूल समुदायों का ध्यान रखने के लिए बजट की सराहना भी की।
बजट को उद्योग निकायों और जनता से भी समर्थन मिला। सीआईआई एनई काउंसिल ने कहा, प्रमुख पूंजीगत व्यय परिव्यय और रोजगार सृजन के दृष्टिकोण के साथ, यह आम बजट एक प्रगतिशील दृष्टिकोण, आर्थिक, सामाजिक और पारिस्थितिक स्थिरता और देश व क्षेत्र के विकास को संतुलित करने वाला एक स्वागत योग्य बजट है।
असम समबाय कोहर संघ, सर्थेबाड़ी के सचिव मनोज भुइयां ने कहा, मैं एमएसएमई क्षेत्र पर घोषणा का स्वागत करता हूं। सरकार को राज्य में एमएसएमई के विकास को आगे बढ़ाने के मौके का फायदा उठाना चाहिए।
प्रीमियर क्रायोजेनिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अभिजीत बरुआ ने 2014 से लॉन्च किए गए 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ सह-स्थानों में 157 नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा, यह भारत को जनसांख्यिकीय लाभांश प्राप्त करने में सक्षम करेगा। भारतीय विशेष रूप से उत्तर पूर्व से नर्सों की मांग दुनिया भर में हैं और क्षेत्र में ऐसे कुछ कॉलेजों की पहचान से क्षेत्र लाभान्वित होगा।
उद्योगपति की भावनाओं को प्रतिध्वनित करते हुए गुवाहाटी के क्षेत्रीय नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य (प्रभारी) डॉ. हेमप्रभा भुइयां ने कहा, एक उचित स्वास्थ्य सेवा प्रणाली डॉक्टरों और नर्सों दोनों पर निर्भर है। मुझे उम्मीद है कि असम सरकार आने वाले दिनों में इनमें से कुछ को राज्य में स्थापित करना चाहेगी। उन्होंने राज्य में नर्सिंग शिक्षा की भारी मांग को इंगित करने के लिए आंकड़ों का भी हवाला दिया।
वेव ईको टूरिज्म के निदेशक निरंता गोहांई ने स्वदेश दर्शन योजना के लिए बजट में 1,412 करोड़ रुपये के परिव्यय की सराहना की। उन्होंने कहा, स्वदेश दर्शन योजना को यदि अक्षरशः क्रियान्वित किया जाए तो इससे पूर्वोत्तर को लाभ होगा।

बजट के बाद, रेलवे पकड़ेगी रफ्तार
केंद्रीय बजट में पूर्वोत्तर में रेलवे के विकास के लिए 10,988.80 करोड़ रुपये रखे गए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्षेत्र के मीडियाकर्मियों के साथ अपनी आभासी बातचीत में कहा, पहली बार क्षेत्र के पहाड़ी और सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 1.20 लाख करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है।
उन्होंने कहा, वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में नॉर्थईस्ट फ्रंटियर (एनएफ) रेलवे के लिए सकल बजट आवंटन 10,988.80 करोड़ रुपये है। यह पिछले वर्ष के आवंटन (9,660.14 करोड़ रुपये) से 13.75 प्रतिशत अधिक है।
साथ ही उत्तर पूर्व में 59 स्टेशनों को विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। पिछले साल असम में 445 किमी रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया था। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत एनएफआर के सभी मंडलों में प्रत्येक में पंद्रह स्टेशन विकसित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, सभी पूर्वोत्तर राज्यों में रेलवे बुनियादी ढांचे के समग्र विकास के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। क्षेत्र में 75,795 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा, न्यू बंगाईगांव-रंगिया-कामाख्या और न्यू बंगाईगांव-ग्वालपाड़ा-कामाख्या में ट्रैक दोहरीकरण के काम को तेजी से पूरा करने के लिए क्रमश: 600 करोड़ रुपये और 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। गुवाहाटी के पास अग्याथुरी स्टेशन का 517 करोड़ रुपये के कुल खर्च के साथ विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ पुनर्विकास किया जाएगा।